कोहरे के कफन में लिपटी लाशें
ये लाशें किनकी हैं
कोहरे की सुफेद चादर में
लिपटे हुए इन शवों का
कौन है मालिक कहां है दावेदार
भूख जिनसे हो गई पराजित
ठंड जीत गई उनसे
कोहरे की सुफेद चादर में
लिपटे हुए इन शवों का
कौन है मालिक कहां है दावेदार
भूख जिनसे हो गई पराजित
ठंड जीत गई उनसे
पास में जलाकर लकडियां चार
चिथड़े कपड़े में लिपटे वे शरीर
हर रात एक जंग झेल जाते जो
गरीबी और सर्द रात के बीच
गरीबी और किस्मत बीच
भूख और ठिठुरन में से
कौन ज्यादा निर्मम है ?
हर सुबह ज़िंदा पाकर खुद को
यही सोचते होंगे कि
जिंदगी कितनी बेशरम है
चिथड़े कपड़े में लिपटे वे शरीर
हर रात एक जंग झेल जाते जो
गरीबी और सर्द रात के बीच
गरीबी और किस्मत बीच
भूख और ठिठुरन में से
कौन ज्यादा निर्मम है ?
हर सुबह ज़िंदा पाकर खुद को
यही सोचते होंगे कि
जिंदगी कितनी बेशरम है
ताउम्र ज़माने की मार
मौसम के बदमिजाज नखरे
खुदगर्ज शहर के लफड़े
झेल गया ये शरीर आज जो
अकड़ी हुई लावारिस लाश है
मौसम के बदमिजाज नखरे
खुदगर्ज शहर के लफड़े
झेल गया ये शरीर आज जो
अकड़ी हुई लावारिस लाश है
अपने गर्म लहू के ताप से
उम्र दर उम्र शहर को सेंकने वाले
ये नहीं तो कोई और सही
बहुतेरे मिलेंगे हाड- मांस के पुतले
चमचमाते शहर को तो बस चाहिए गर्मी
ठठरियों से सोखी हुई गर्मी
लाशें किसकी हैं क्या अंतर पड़्ता है
शहर का तो दावा है गर्मी पर
उम्र दर उम्र शहर को सेंकने वाले
ये नहीं तो कोई और सही
बहुतेरे मिलेंगे हाड- मांस के पुतले
चमचमाते शहर को तो बस चाहिए गर्मी
ठठरियों से सोखी हुई गर्मी
लाशें किसकी हैं क्या अंतर पड़्ता है
शहर का तो दावा है गर्मी पर
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