Thursday, May 31, 2007

एक चिडि़या....अनेक चिडि़या

दूरदर्शन पर अक्‍सर यह कार्टून व गीत आता था। बचपन में मैं इस गीत को बेहद पसंद करती थी। आप लोगों में से भी कुछ को यह जरूर याद होगा। पिछले दिनों यू-ट्यूब पर यह दिखा तो जैसे स्‍मृतिओं का उफान सा आ गया और मैं सहज ही इस गीत को गुनगुनाने लगी। देखा तो बिटिया को भी यह पसंद आ रहा था, ठीक वैसे ही जैसे हमें आया करता था। लीजिए पेश है...एक चिडि़या ...अनेक चिडि़या


7 comments:

Yunus Khan said...

किसी ज़माने में ये गीत इतना आता था कि हम इसे देखकर बोर होने लगते थे । आज दोबारा इसे देखकर अपना बचपन याद आ गया ।

सुनीता शानू said...

वाह नीलिमा जी बहुत अच्छा लगा ये गीत सुन कर बचपन में भी अच्छा लगता था...आज भी अच्छा लगा..

शानू

Udan Tashtari said...

वाकई, एक बहुत पुरानी याद ताजा कर दी. धन्यवाद.

अनूप शुक्ल said...

अच्छा है। बधाई कि आप यू ट्यूब लगाना सीख गयीं।

Rajesh Roshan said...

आपका बहुत बहुत धन्यवाद। i love this jingle too much :)

Anonymous said...

हाँ जी, बचपन में दूरदर्शन पर मैंने भी देखा है इसको और मैं यूनुस जी से सहमत हूँ, एक टैम ऐसा आ गया था कि इसको देख इतना बोर हो गया था कि जब तक यह टीवी पर आता था मैं थोड़ा टहल आता था!! ;)

jj said...

:)