अभी पिछले दिनों नस्लवादी कौमौं के खिलाफ शिल्पा शेट्टी प्रकरण के बहाने एक बहस मुबाहिसा सुनाई दिया।दुनिया की समतावादी,नस्लभेद विरोधी ताकतें इस मुद्दे पर लामबंद होकर एक बार फिर शांत हो गईं। बात आई गई हुई ।आस पास के हर छोटे बच्चे के सिर पर अपने इस संघर्ष का सारा बोझ लादकर हम भी बेखबर होकर जीने लगे । दुनिया के दस्तूरों, लडाइयों, बहसों,और खतरों से नावाकिफ इन बच्चों को अपने स्कूली जीवन की प्रारंभिक कविताओं में वह कविता आज भी सिखाई जा रही है जिसे हमने भी अपने बचपन में याद किया और गाया था .....
Chubby cheeks ,dimpled chin,
Rosy lips,teeth with in,
Curly hair ,very fair
Eyes are blue ,lovely to,
Teachers pet is that you?
Yes ,Yes ,Yes
हमारे आस पास इस तरह के सबकों को याद करता बच्चा अगर इसमें छिपे निहितार्थों को अपनी बोली में पूछ बैठे तो हम क्या जवाब देंगे ..................................?
Chubby cheeks ,dimpled chin,
Rosy lips,teeth with in,
Curly hair ,very fair
Eyes are blue ,lovely to,
Teachers pet is that you?
Yes ,Yes ,Yes
हमारे आस पास इस तरह के सबकों को याद करता बच्चा अगर इसमें छिपे निहितार्थों को अपनी बोली में पूछ बैठे तो हम क्या जवाब देंगे ..................................?
3 comments:
नस्लवाद है, हर जगह है, हमारे दिमागों मे है। हम दोगले किस्म के लोग है। सोचते कुछ और है, कहते कुछ और है। ना मानिए तो पूछ कर देखिए:
कौन गोरी और सुन्दर बीबी की कल्पना नही करता?
खैर, इस विषय पर हम कुछ नहीं कह पायेंगे क्योंकि हमारे स्कूल में यह कविता नहीं पढ़ाई गई. हिन्दी माध्यम का यह एक बड़ा फायदा रहा, आज महसूस हो रहा है. :)
हम भी उड़नतश्तरी जी की कैटेगरी में हैं। :)
लेकिन इतना तय है कि हम में भी नस्लवाद है। हम भी काले अफ्रीकियों से घृणा नहीं करते क्या। फर्क बस यही है कि हम गोरे पश्चिमियों जितने असहनशील नहीं। उनके जितनी नफरत नहीं करते,छींटाकशी नहीं करते।
Post a Comment