tag:blogger.com,1999:blog-36523763.post5350501152416087965..comments2023-08-24T19:38:13.436+05:30Comments on आँख की किरकिरी: सही काम का सही नतीजा उर्फ मारे गए गुलफामNeelimahttp://www.blogger.com/profile/14606208778450390430noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-19889832306441020812010-11-30T00:07:17.203+05:302010-11-30T00:07:17.203+05:30Very nicce!Very nicce!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-82343815224564124782009-11-14T22:26:50.481+05:302009-11-14T22:26:50.481+05:30Who knows where to download XRumer 5.0 Palladium? ...Who knows where to download XRumer 5.0 Palladium? <br />Help, please. All recommend this program to effectively advertise on the Internet, this is the best program!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-70512080118168670712009-03-28T20:56:00.000+05:302009-03-28T20:56:00.000+05:30कुश जी स्कूल जरूर बनाइए, पर बाकी कोई चीज उसमें हो ...कुश जी स्कूल जरूर बनाइए, पर बाकी कोई चीज उसमें हो या न हो, शिक्षण का माध्यम हिंदी अवश्य रहे। क्या आप इसका वादा कर सकेंगे?बालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायणhttps://www.blogger.com/profile/09013592588359905805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-2128698993100166392009-03-28T20:53:00.000+05:302009-03-28T20:53:00.000+05:30नीलिमा जी आपसे एक सवाल पूछना चाहता हूं, जो थोड़ा र...नीलिमा जी आपसे एक सवाल पूछना चाहता हूं, जो थोड़ा रेटोरिकल लग सकता है, पर पूछना आवश्यक है।<BR/><BR/>आप अपने बेटे को अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में क्यों पढ़ा रही हैं? क्या यह सोचा-समझा निर्णय है, या समय के दस्तूर का पालन है?<BR/><BR/>अक्सर हिंदी से इतना प्रेम रखनेवाले लोग स्वयं ही अपने बच्चों को हिंदी से महरूम कर देते हैं, उन्हें अंग्रेजियत में बपतिस्मा दिलाकर। यह क्यों होता है, क्या आप इसका ईमानदार जवाब देंगी?<BR/><BR/>इससे पहले कि आप मुझे से पूछ बैठें, कि आपके बच्चे क्या हिंदी माध्यम में पढ़ते हैं, तो कह दूं कि नहीं, वे भी अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में ही पढ़ते हैं।<BR/><BR/>इसलिए मेरा सवाल जितना आपके लिए है, उतना ही मेरे लिए भी है, और हमारे जैसे उन तमाम लोगों के लिए भी है जो मासूम बच्चों को गैर मातृ भाषा में शिक्षण पाने के नरक में जान-बूझकर (अथवा अन्यथा) ढकेलते हैं, जबकि विज्ञान और भाषाशास्त्र यह स्पष्ट घोषित करता है कि पांच साल के अंदर मनुष्य अपनी भाषा सामर्थ्य का 95 प्रतिशत हासिल करता है और शिक्षा का माध्यम हिंदी रहने से बच्चों को सीखने में सहूलियत रहती है।<BR/><BR/>हमें उन बहुमूल्य पांच वर्षों में हमारे बच्चों को हिंदी नहीं सिखानी चाहिए?<BR/><BR/>हम अपने ही बच्चों के लिए शिक्षण को आसान क्यों नहीं बनाते? क्या इसलिए कि बच्चे हमसे पूछ नहीं सकते कि क्यों हम पर यह जुल्म करे रहे हो?बालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायणhttps://www.blogger.com/profile/09013592588359905805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-52715076912336502392009-02-19T01:36:00.000+05:302009-02-19T01:36:00.000+05:30इस स्थिति मेँ माता पिता और परिवार से ही आशा की जाय...इस स्थिति मेँ माता पिता और परिवार से ही आशा की जाये बच्चे को सही दिशा दीखलायेँ <BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-5129539736204229642009-02-18T10:56:00.000+05:302009-02-18T10:56:00.000+05:30आज के शिक्षा संस्थान पैसा बनाने के अड्डे हो गए हैं...आज के शिक्षा संस्थान पैसा बनाने के अड्डे हो गए हैं। पहले अध्यापक डेडिकेटेड रहते थे, और आज जो प्रायः पढा रहे है क्योंकि उन्हें उदर-पोषण करना है। गुरु-शिष्य का कोई रेशियो नहीं है तो आपस में कोई हार्दिक ताल-मेल भी नहीं है। और तो और.. सिलाबेस बनाने वाले भी माशाहअल्लाह हैं। राष्ट्र को एकसूत्र में जोडने के लिए केंद्रीय नालेज कमिशन ने कुछ सुझाव दिए जो यूजीसी द्वारा नकारे गए....यही सब राजनीति है तो देश की शिक्षा का यही हाल रहेगा ही।चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-82825140254608476992009-02-17T13:55:00.000+05:302009-02-17T13:55:00.000+05:30बच्चे की तो पता नहीं परन्तु हमारी हिम्मत जवाब दे ग...बच्चे की तो पता नहीं परन्तु हमारी हिम्मत जवाब दे गई। हम तो डरपोक बनेंगे।<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-75771092712896505672009-02-17T13:54:00.000+05:302009-02-17T13:54:00.000+05:30गणित के सवाल में पूछा जाता है, दूध में इतना पानी म...गणित के सवाल में पूछा जाता है, दूध में इतना पानी मिलाया गया तो बताओ...पेट्रोल पंप वाला हर बार इतना पेट्रोल कम देता है तो...<BR/><BR/><BR/>कैसी नैतिकता सीखा रहें है?संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-91388875729011859392009-02-17T13:06:00.000+05:302009-02-17T13:06:00.000+05:30शायद तभी एक शिक्षा प्रणाली कम से कम एक लेवल तक लान...शायद तभी एक शिक्षा प्रणाली कम से कम एक लेवल तक लाने की जरुरत हैडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-48657294070951910922009-02-17T11:04:00.000+05:302009-02-17T11:04:00.000+05:30अभी तक ऐसी किसी स्कूल से पाला पढ़ा नही.. स्कूल के ...अभी तक ऐसी किसी स्कूल से पाला पढ़ा नही.. स्कूल के सिस्टम के बारे में ज़्यादा आइडिया भी नही.. लेकिन एक सपना है मेरा एक अच्छी शिक्षा प्रणाली वाली स्कूल बनाने का.. देखते है कब पूरा होता है..कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-70800474132774355322009-02-17T10:19:00.000+05:302009-02-17T10:19:00.000+05:30आपका विवेचन सही है। हमारा शिक्षा तंत्र सड़ चुका है...आपका विवेचन सही है। हमारा शिक्षा तंत्र सड़ चुका है। मैं खुद भी अपनी बिटिया के स्कूल की किताबों, वहां पढ़ा रहे शिक्षकों के साथ-साथ माहौल से क्षुब्ध हूँ पर कोई आसरा नज़र नहीं आता है।Sanjeevhttps://www.blogger.com/profile/16613354300792808697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-60422493256386354032009-02-17T09:56:00.000+05:302009-02-17T09:56:00.000+05:30सच्ची कही है.....नोटबुक पर सच dikhane का शुक्रिया ...सच्ची कही है.....नोटबुक पर सच dikhane का शुक्रिया .....एसा ही चल रहा हैMANVINDER BHIMBERhttps://www.blogger.com/profile/16503946466318772446noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-49073232327920932342009-02-17T09:27:00.000+05:302009-02-17T09:27:00.000+05:30कटु यथार्थ का बेबाक प्रस्तुतीकरण साधुवादकटु यथार्थ का बेबाक प्रस्तुतीकरण साधुवादप्रदीप मानोरियाhttps://www.blogger.com/profile/07696747698463381865noreply@blogger.com