tag:blogger.com,1999:blog-36523763.post6084114534534148740..comments2023-08-24T19:38:13.436+05:30Comments on आँख की किरकिरी: ठीक नहीं आपका इतना मुस्कुरानाNeelimahttp://www.blogger.com/profile/14606208778450390430noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-69541463402219946742007-09-15T09:46:00.000+05:302007-09-15T09:46:00.000+05:30मुस्कान पर सुन्दर लेख लिखने पर बधाई। मुस्कान आपको ...मुस्कान पर सुन्दर लेख लिखने पर बधाई। मुस्कान आपको खूबसूरती तो देती है, दूसरों को भी बहुत कुछ दे जाती है।मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-63576770366400588272007-08-16T16:24:00.000+05:302007-08-16T16:24:00.000+05:30मुस्कुराओ जी तसल्ली से मुस्कुराओ। इस पर किसी का कॉ...मुस्कुराओ जी तसल्ली से मुस्कुराओ। इस पर किसी का कॉपीराइट थोड़े ही है। :)ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-66060154031873512142007-08-16T13:22:00.000+05:302007-08-16T13:22:00.000+05:30आपका लिखा पढ़ा, अच्छा लगा, आपके वाद-संवाद का लिंक...आपका लिखा पढ़ा, अच्छा लगा, आपके वाद-संवाद का लिंक दे रहे हैं plz see www.pnnhindi.comAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-72305170676389332982007-08-15T21:23:00.000+05:302007-08-15T21:23:00.000+05:30तो मुस्कुराईये ना! कौन रोक रहा है, कम से कम मुझे त...तो मुस्कुराईये ना! कौन रोक रहा है, कम से कम मुझे तो आपकी मुस्कुराहट पसंद ही है।<BR/><BR/>पर मुस्कुराहट का एक नुक्सान भी है, जो मैं भोग रहा हूँ। वह यह है कि मेरी मुस्कुराने की ’बिमारी’(अपने लिये इसे बिमारी ही कहूँगा) के कारण लोग मुझे सीरियसली नहीं लेते। पर आपको तो पता ही है ना कि मैं कितना संजीदा हूँ। <BR/><BR/>हाय! अल्ला कित जाऊँAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-24244355868701602222007-08-15T20:23:00.000+05:302007-08-15T20:23:00.000+05:30अजी, खूब मुस्कराइये और जी भर के इस संक्रमण को फैला...अजी, खूब मुस्कराइये और जी भर के इस संक्रमण को फैलाईये. कहते हैं मुस्कराना संक्रामक है. आप मुस्कुरायेंगी तो सामने वाला मुस्करायेगा और माहौल खुशनुमा होगा.<BR/><BR/>मुस्कराते रहने के लिये शुभकामनायें.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-64488045266294839372007-08-15T15:14:00.000+05:302007-08-15T15:14:00.000+05:30आज के बदलते परिवेश में आम रुप से कही पर मुस्कराना ...आज के बदलते परिवेश में आम रुप से कही पर मुस्कराना कोई निमंत्रण नहीं भेजता हाँ अगर कोई बिना कुछ कहे नजरे नीची कर ओठों को भींचकर मुस्कराये तो यह जरुर कुछ संकेत देता है…<BR/>मगर आज तो स्त्रियाँ इतनी बोल्ड हो चुंकि हैं कि उनका इस रुप में भी मुस्कराना कुछ अगल भ्रम पैदा करता है जिससे पुरुष समाज सहम ही जाता है…खासकर मेट्रो में तो पुरुष डरा हुआ ही है स्त्री से…<BR/>लिखती तो आप अच्छा है ही… और क्या कहा जाएDivine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-29912130757533223382007-08-15T14:04:00.000+05:302007-08-15T14:04:00.000+05:30like ur writing but this is not tru lots of ga ls ...like ur writing but this is not tru lots of ga ls always giggle only i dont think woman and girl dont laugh at workplace they laugh a lotsudo.inttelecualhttps://www.blogger.com/profile/12825535260266768793noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-68476230274993325582007-08-15T10:11:00.000+05:302007-08-15T10:11:00.000+05:30हमारा मुस्कुराने का अनुभव ज्यादातर तो बुरा ही रहा ...<B>हमारा मुस्कुराने का अनुभव ज्यादातर तो बुरा ही रहा है</B><BR/>यह बात कुछ जमी नहीं, जब आपने मसीजीवीजी को पहली बार देखा था तब नहीं मुस्कुराई थी? फिर आपका अनुभव बुरा कैसे रहा?<BR/>पढ़ते और यह टिप्प्णी लिकते समय मैं भी मुस्कुरा रहा हूँ।Sagar Chand Naharhttps://www.blogger.com/profile/13049124481931256980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-43381443735841320632007-08-15T09:03:00.000+05:302007-08-15T09:03:00.000+05:30क्या करें ये सब पढ़कर हम मुस्कारा ही सकते हैं और...क्या करें ये सब पढ़कर हम मुस्कारा ही सकते हैं और क्या । शायद ये सब लिखकर आप भी मुस्कुरा ही रही होंगीYunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-64185747469468918592007-08-15T08:09:00.000+05:302007-08-15T08:09:00.000+05:30मुस्कुराइये तब, जब कि आप लखनऊ में हों, क्योंकि मैं...मुस्कुराइये तब, जब कि आप लखनऊ में हों, क्योंकि मैंने वहाँ बहुत जगहों पर लिखा देखा है: <B>मुस्कुराइये कि आप लखनऊ में हैं</B><BR/>वहाँ आपकी मुस्कुराहट का कोई गलत(?) अर्थ नही लगायेगा :)।RC Mishrahttps://www.blogger.com/profile/06785139648164218509noreply@blogger.com