tag:blogger.com,1999:blog-36523763.post5990530845754410990..comments2023-08-24T19:38:13.436+05:30Comments on आँख की किरकिरी: मेरी नाप की चप्पलेंNeelimahttp://www.blogger.com/profile/14606208778450390430noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-75545119948715155532010-02-08T10:05:16.565+05:302010-02-08T10:05:16.565+05:30" मैडम अगर ऎसी चप्पलें नहीं पहनूंगी तो तबीयत ..." मैडम अगर ऎसी चप्पलें नहीं पहनूंगी तो तबीयत खराब हो जाएगी " !<br /><br />बात सुनकर भले ही कुछ अटपटा सा लगे या हंसी भी आये...लेकिन ऐसा होता है ...हो सकता है यानी ऐन मुमकिन है ! वस्तुत: इसमें सवाल चप्पल का नहीं बल्कि अपने ही बनाये मापदंडो की मानसिक दासता का है ....<br /><br />जो भी है मुद्दा दिलचस्प है ....लेख भी रोचक लगा !सागरhttps://www.blogger.com/profile/13433553918607948212noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-34856049066521865162010-01-02T22:14:59.015+05:302010-01-02T22:14:59.015+05:30आदरणीय नीलिमा जी,
आप मेरी ब्लाग यात्रा के पहले साक...आदरणीय नीलिमा जी,<br />आप मेरी ब्लाग यात्रा के पहले साक्षी रहे है आज से लगभग जब दो साल पहले मैने ब्लाग लिखना शुरु किया था तब आप ही जिन्होने मुझे तहेदिल से पढा और न केवल पढा बल्कि मुझे प्रोत्साहित भी किया कुछ लिखने के लिए। इधर कुछ दिन से दुनियादारी मे उलझा रहा सो नियमित ब्लाग लेखन छुट गया लेकिन लगभग दो साल के निर्वासन के बाद मै फिर आपकी बज्म मे आ ही गया हू अपने दिल के जज्बात लेकर सो एक अधिकार के साथ आग्रह कर रहा हू कि पूर्व की भांति ही आपके स्नेह की प्रत्याशा मे हू...आपकी अभिव्यक्ति मुझे उर्जा देगी ऐसा मेरा विश्वास है। <br /> डा.अजीत<br />www.shesh-fir.blogspot.comDr.Ajithttps://www.blogger.com/profile/17632123454222628758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-90111149669747437772009-12-05T21:14:04.887+05:302009-12-05T21:14:04.887+05:30शुकरान अल्लाह!...शुकरान अल्लाह!...रामकृष्ण गौतमhttps://www.blogger.com/profile/00472122414824979028noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-42235223098477510322009-12-04T22:23:00.643+05:302009-12-04T22:23:00.643+05:30स्त्री अपने शरीर को जब समाज और पुरुषों के नजरिये स...स्त्री अपने शरीर को जब समाज और पुरुषों के नजरिये से न देखकर अपनी नज़रों से देखना शुरु करेगी तब उसे संज्ञान होगा कि उसने अपने और अपने शरीर के साथ कितना अन्याय किया है !!<br />्विचारणीय हैभगीरथhttps://www.blogger.com/profile/11868778846196729769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-3337998121160098552009-12-03T23:55:16.461+05:302009-12-03T23:55:16.461+05:30ये जो चित्र में दिख रहा है चप्पल ये तो आपके वर्णि...ये जो चित्र में दिख रहा है चप्पल ये तो आपके वर्णित पसंद के मुताबिक नहीं है । किसी और ने पसंद किया होगा ।अर्कजेशhttp://www.arkjesh.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-18065798856324145732009-12-03T16:02:02.713+05:302009-12-03T16:02:02.713+05:30चप्पलों को आराम कुर्सी पर बैठना कभी पसंद नहीं होता...चप्पलों को आराम कुर्सी पर बैठना कभी पसंद नहीं होता.<br />ज्यादा आराम होगा तो एक दुसरे से जुदा हो जायेंगी न.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-62493179073541243162009-12-02T17:18:45.824+05:302009-12-02T17:18:45.824+05:30बहुत बढ़िया चप्पल चर्चा की है। वैसे बहुत सी युवतिया...बहुत बढ़िया चप्पल चर्चा की है। वैसे बहुत सी युवतियाँ अधिकतर आरामदेह जूते या सैन्डिल ही पहनती हैं। ऊँचे हील की केवल तभी पहनती हैं जब चलना न पड़े।<br />मुझे पुणे में एक दुकान मिली थी जहाँ हल्की सुन्दर व आरामदेह चप्पलें, सैन्डल मिलती थीं। दुकान का नाम ध्यान होता तो यहाँ भी बता देती। पुणे में सस्ती व आरामदेह ओशो चप्पलें भी मिलती हैं।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-67695744689956806212009-12-02T13:25:26.783+05:302009-12-02T13:25:26.783+05:30एकदम सटीक मुद्दा। डिज़ाइनर चप्पलों का शौक़ मुझे भी...एकदम सटीक मुद्दा। डिज़ाइनर चप्पलों का शौक़ मुझे भी रह-रहकर होता है। खरीद लाती हूँ और फिर वो शो केस का हिस्सा बन जाती हैं। पहनती मैं वही श्रीलेदर की आरामदायक चप्पल हूँ।Diptihttps://www.blogger.com/profile/18360887128584911771noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-38335065522152822052009-12-02T07:29:32.759+05:302009-12-02T07:29:32.759+05:30चलो एक पोस्ट आयी,चप्पल के बहाने ही सही।चलो एक पोस्ट आयी,चप्पल के बहाने ही सही।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-85396241012898241812009-12-02T00:27:17.724+05:302009-12-02T00:27:17.724+05:30सार्थक और सारगर्भित प्रस्तुति ।
मैने अपने ब्लग पर...सार्थक और सारगर्भित प्रस्तुति ।<br /><br />मैने अपने ब्लग पर एक कविता लिखी है-रूप जगाए इच्छाएं-समय हो पढ़ें और कमेंट भी दें ।- http://drashokpriyaranjan.blogspot.com<br /><br />गद्य रचनाओं के लिए भी मेरा ब्लाग है। इस पर एक लेख-घरेलू हिंसा से लहूलुहान महिलाओं को तन और मन लिखा है-समय हो तो पढ़ें और अपनी राय भी दें ।-<br />http://www.ashokvichar.blogspot.comDr. Ashok Kumar Mishrahttps://www.blogger.com/profile/01184710406024316074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-240721429828176512009-12-01T21:41:25.343+05:302009-12-01T21:41:25.343+05:30अच्छा है कि पार्टी के लिए अभी तक पार्टी वाले हसबैण...अच्छा है कि पार्टी के लिए अभी तक पार्टी वाले हसबैण्ड का फैशन नहीं आया है वर्ना तो घर में बर्तन साफ करते नजर आते.. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-54191883329097294152009-12-01T21:39:28.427+05:302009-12-01T21:39:28.427+05:30हर समय काम....थकान...तकलीफ...तो फैशन परस्ति कब होग...हर समय काम....थकान...तकलीफ...तो फैशन परस्ति कब होगी?<br />//<br />पत्नी एकबार ऐसी ही काँच जड़ित चप्पल खरीद रही थी. मैने टोका..इसे पहन कर कैसे चल पाओगी..दूसरी ले लो.<br /><br />तुरंत डांट खानी पड़ी कि ये चप्पल चलने के लिए पार्टी में पहनने के लिए है. आप को तो कुछ मालूम ही नहीं..<br /><br />यही हाल पर्स का है कि यह पर्स सामान रखने के लिए --सिर्फ मैचिंग का पार्टी में हाथ में रखने के लिए है.///<br /><br />बताओ??<br /><br />-वैसे विश्लेषण अच्छा है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-50465544595039078012009-12-01T17:28:41.200+05:302009-12-01T17:28:41.200+05:30रवि जी के साथ कृपया मुझे भी जानकारी(मेक और मॉडल नं...रवि जी के साथ कृपया मुझे भी जानकारी(मेक और मॉडल नंबर) दे कर कृतार्थ करेंL.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-71759211774944666422009-12-01T16:49:00.054+05:302009-12-01T16:49:00.054+05:30चप्पल पैरो को आराम देने के लिये होती है. फैशन ने इ...चप्पल पैरो को आराम देने के लिये होती है. फैशन ने इसको बदल दिया है. अब आराम से अधिक सुन्दरता (तथाकथित) के लिये पहना जाता है.<br />सुन्दर आलेखM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-76824041270185127812009-12-01T16:28:35.438+05:302009-12-01T16:28:35.438+05:30रेखा (श्रीमती जी) भी एक्जाम ड्यूटी के नाम पर बेहद ...रेखा (श्रीमती जी) भी एक्जाम ड्यूटी के नाम पर बेहद आरामदायक जूते चप्पलों की तलाश में हर साल निकलती है, मगर अंतत: फैशन और डिजाइन का मुकाबिला आरामदायक चप्पलों के साथ आमतौर पर नहीं हो पाता तो बात वही होती है - ढाक के तीन पात! :)<br /><br />वैसे, उस चप्पल के मेक और मॉडल नंबर बता देतीं तो हमारे जैसों के लिए एक बढ़िया गिफ़्ट आइडिया होता. सार्वजनिक न करना चाहें तो मेरे ईमेल पर ही यह अत्यंत महत्वपूर्ण, जरूरी जानकारी भेज दें.रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-69911584246114035652009-12-01T16:14:29.040+05:302009-12-01T16:14:29.040+05:30स्त्री हो या पुरूष अलग अलग मौकों के लिए अलग अलग तर...स्त्री हो या पुरूष अलग अलग मौकों के लिए अलग अलग तरह के कपड़े और चप्प्ल या जूते पहनते है. अच्छा हो अगर वे आराम दायक हो.<br /><br />हर बात के लिए समाज और पुरूषों को कोसना समझ से बाहर है. महिलाओं को कौन बाध्य करता है की ऊँची एड़ी की सेंडिल पहने? जिन्हें पसन्द है वे पहनती है. स्वास्थ्य से खिलवाड़ तो लिप्स्टिक पोतना भी है.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-44636969084076989742009-12-01T14:53:24.634+05:302009-12-01T14:53:24.634+05:30सच बहुत अच्छा psychological analysis किया आपने.......सच बहुत अच्छा psychological analysis किया आपने......<br /><br />" मैडम अगर ऎसी चप्पलें नहीं पहनूंगी तो तबीयत खराब हो जाएगी " !<br /><br />अब चप्पल का तबियत से क्या लेना -देना..... हा हा हा हा हा .....<br /><br />वैसे woodland कि चप्पलें बहुत अच्छी होती हैं.....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-14872951881923556992009-12-01T14:49:23.510+05:302009-12-01T14:49:23.510+05:30सुन्दर... मनोविज्ञान विश्लेषणसुन्दर... मनोविज्ञान विश्लेषणसागरhttps://www.blogger.com/profile/13742050198890044426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36523763.post-60782679557863763062009-12-01T14:48:09.208+05:302009-12-01T14:48:09.208+05:30This comment has been removed by the author.सागरhttps://www.blogger.com/profile/13742050198890044426noreply@blogger.com